किसान संगठनों और सरकार के बीच चल रही बैठक बेनतीजा ही खत्म हो गई। 3 दिसंबर को एक बार फिर बैठक होगी। इससे पहले बैठक में केंद्र सरकार की तरफ से समिति बनाने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसें अन्नदाताओं ने ठुकरा दिया। बैठक के बाद बातचीत में किसान नेताओं ने कहा, ‘हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम सरकार से निश्चित रूप से कुछ लेकर रहेंगे, चाहे गोली लेंगे या शांतिपूर्ण समाधान। हम और ज्यादा चर्चा के लिए दोबारा आएं।
उधर, बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बातचीत अच्छी रही। हमने फैसला किया है कि 3 दिसंबर को फिर बैठक होगी।
We appeal to the farmers to suspend the protests and come for the talks. However, this decision depends on farmers' unions and farmers: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar https://t.co/gfIKF52ze4
— ANI (@ANI) December 1, 2020
कृषि मंत्री ने कहा, ‘हम चाहते थे किसानों के द्वारा एक छोटा ग्रुप बनाया जाए, लेकिन किसान नेता चाहते थे कि हर किसी के साथ बैठक हो। हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है.’ उन्होंने कहा कि हम किसानों से अपील करते हैं कि वे विरोध प्रदर्शनों को स्थगित करें और वार्ता के लिए आएं। हालांकि, यह निर्णय किसानों की यूनियनों और किसानों पर निर्भर करता है।
बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत कई किसान संगठनों के नेता शामिल हुए। वहीं, इस बीच केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी से आए किसानों का दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन जारी है।